संदर्भ : अभय प्रशाल में रूपांकन की पोस्टर प्रदशनी कला को जीवित रहने के लिए जिस हवा और …
विनीत मूलत: कवि नहीं है लेकिन वे कविताएं लिखते हैं. तकरीबन चार महीने पहले उन्होंने एक …
तकरीबन पांच साल पहले की एक गर्म दोपहर में ठंडी चाय के साथ रांची में रामजी भाई ने कहा थ…
अभी अभी अखिलेश जी से बात हुई. मेरठ वाले अखिलेश जी, नहीं भोपाल वाले, नहीं नहीं रांची वा…
देश और प्रदेश के कई ख्यात रंगकर्मी, लेखक, कलाकार और संस्कृति कर्मी करेंगे भागीदारी …
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